आप सभी को "मेरी डायरी से डॉट कॉम" की तरफ से रक्षाबंधन की हार्दिक शुभकामनायें।
ओस की बूंदो सी प्यारी है मेरी बहना,
गुलाब की पंखुड़ियों से भी नाजुक है मेरी बहना,
आसमा से उतरी कोई राजकुमारी है मेरी बहना,
सच कहूँ तो मेरी आँखों की राजदुलारी है मेरी बहना।
एक राखी ऐसा भी जिसमे स्नेह का टिका हो,
उम्मीद की डोरी हो और अटूट बंधन की मिठास हो।
माँ का आँचल छोड़कर भारत माँ के आँचल में जाते हैं !
ये फौजी हैं जनाब जो देश का भार उठाते हैं !
जिसने उसको चलना सिखाया वो हाथ छोड़ कर जाते हैं !
ये फौजी हैं जनाब जो देश का भार उठाते हैं !
एक बहन परेशान कर राखी की डोर छोड़ जाते हैं !
ये फौजी हैं जनाब जो देश का भार उठाते हैं !
आज एक माँ एक बहन के राखी के धागे ने बुलाया है !
अब तो आजा भाई रक्षाबंधन आया है. . . . . . . !
खुद गलती करके हमे फसाती है।
माँ बाप की डाट हमे खिलवाती है।
हमेशा हमे सताती है।
छोटी छोटी बातों पर गुस्सा होकर रोने लग जाती है।
अगर कोई तकलीफ हो तो वही सबसे पहले मदद के लिए आती है।
कई बार परेशान करने के बहाने से प्यार जताती है।
आपको भूखे होने पर आपको खाना खिलाती है।
बीमार होने पर आपकी देखभाल करती है।
वो कोई और नहीं आपकी बहन कहलाती है।
देख धागों का त्यौहार है आया
भाई बहन का प्यार है लाया।
सुबह सुबह नहा के तिलक लगाओ
बहनों से राखी बँधवाओ
मनोकामना और तोहफा देकर
बहनों पर प्यार बरसाओ।
देखो धागों का त्यौहार है आया
भाई बहन का प्यार है लाया।
पवित्र रिश्ता विश्व जगत का है ये
इस दिन से बहनों को न भय हो।
भाई बहन का प्यार जगाये
रक्षाबंधन का त्यौहार कहलाये।
देखो धागों का त्यौहार है आया
भाई बहन का प्यार है लाया।
चन्दन का टिका रेशम का धागा
सावन की सुगंध बारिश की फुहार
भाई की उम्मीद बहनों का प्यार
मुबारक हो आपको रक्षाबंधन का त्यौहार
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